मुगलों के दौर में शाहजहां का हरम सबसे अधिक बदनाम रहा. जिसके कारण दिल्ली का रेड लाइट एरिया जीबी रोड बसा.

Shwetank Ratnamber
Apr 30, 2023

कहा जाता है कि मुगलों ने बड़ी तादाद में महिलाओं को यौन दासी बनाया. शाहजहां के हरम में 8000 रखैलें थीं जो उसे जहांगीर से विरासत में मिली थी.

वो हरम की अधेड़ उम्र की औरतों को भगा कर कम उम्र की लड़कियों और खूबसूरत महिलाओं को लाकर हरम की संख्या बढ़ाता रहा. यह बादशाह इतना कामुक था कि महिलाओं का मीना बाजार लगाया करता था.

जीबी रोड के इस व्यापार का इतिहास काफी पुराना बताया जाता है कि मुगलकाल में इस क्षेत्र में कई रेडलाइट एरिया हुआ करते थे और अंग्रेजों के समय इन क्षेत्रों को एक साथ कर दिया गया. उसके बाद इस इलाके का नाम दिया गया जीबी रोड.

कहा जाता है कि हरम की भगाई गई महिलाओं से दिल्ली का रेडलाइट एरिया जीबी रोड गुलजार हुआ था और वहीं से इस धंधे की शुरूआत हुई.

जबरन अगवा की हुई औरतों को भोगने के बाद जब शाहजहां का मन भर जाता तो वह उन्हें अपने दरबारियों और संबंधियों को इनाम के रूप में दे देता था, आगे वो उन महिलाओं को बेच देते थे. तो वो दिल्ली के इस बदनाम इलाके में पहुंच जाती थीं.

यूरोपीय यात्री बर्नियर ने अपनी किताब Travels in the Mughal Empire में इस विषय में लिखा था कि मीना बाजार में अगवा कर लाई हुई महिलाओं की खरीद फरोख्त होती थी.

शाहजहां के हरम में बड़ी तादाद में नाचने वाली लड़कियों की व्यवस्था और नपुसंक बनाए गए लड़कों की भरमार होती थी, जिनता इस्तेमाल शाहजहां की वासना की आग को बुझाने के लिए होता था.

शाहजहां कामुकता के लिए इतना बदनाम था कि विदेशी इतिहासकारों ने उसे बेटी जहांआरा के साथ रिश्ते बनाने का दोषी बताया है. कहा जाता है कि उसकी मौत भी ज्यादा मात्रा में कामोत्तेजक दवाएं खाने की वजह से हुई थी.

शाहजहां बीमार पड़ा तो उसके बेटे औरंगजेब ने उसे कैद कर लिया. उसने उसकी हजारों रखैलों में से कुछ गिनी चुनी औरतों को अपने हरम में डालकर बाकी सभी को किले से बाहर कर दिया. उन्हें दिल्ली के उसी हिस्से में पनाह मिली जिसे दिल्ली का रेड लाईट एरिया GB रोड कहा जाता है.

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