दारा शिकोह की पत्नी नादिरा बानो बेगम के असल में मुगल के तीसरें बादशाह अकबर के दूसरा बेटा था.
नाना मुराद मिर्जा का जन्म 1570 में फेतहपुर सीकरी में हुआ था.
मुराद मिर्जा की अम्मी मरियम- उज-जमानी अकबर की पसंदीदा बेगम में से एक थीं.
लेकिन मुराद का पालन-पोषण अकबर की तीसरी बेगम सुल्तान ने किया.
1575 में जब सलीमा हज पर गईं तो मुराद अपनी मां के पास लौट गए.
जिसके बाद उनकी तालीमा की जिम्मेदारी अकबर के नवरत्नों में से एक, अबुल फजल ने की.
मुराद को सिर्फ 7 की उम्र में 'मनसब' बनाया गया. शहजादे के अधीन 7,000 के सैनिक थे. और 14 साल की उम्र में सैनिकों की संख्या 9,000 हो गई.
1593 में शहजादे को शराब की शराब की तलब हो गई थी. और उस दौरान सारे काम की जिम्मेदारी अबुल फजल ने संभाली.
जिसके बाद मुराद मिर्जा अपने बेटे रुस्तम की मौत का गम का सदमा नहीं सह सका. और उसे तमाम बीमारियों ने घेर लिया और मात्र 28 की उम्र में उसकी मौत हो गई.