कोहिनूर दुनिया के सबसे मशहूर हीरों में से एक है, जो अपने आकार (105.6 कैरेट) के लिए जाना जाता है.
क्राउन ज्वेल्स
1849 से यह ब्रिटिश राजशाही के क्राउन ज्वेल्स (राजशाही के गहनों का संग्रह) का हिस्सा रहा है.
भारत की किसी खदान से
'स्मिथसोनियन मैगजीन' के अनुसार, यह हीरा हजारों साल पहले भारत की किसी खदान से निकाला गया था.
किंग चार्ल्स
हालांकि, ऐसा माना जाता है कि इस हीरे पर एक अभिशाप है और यह अभिशाप अब फिर चर्चा में है, क्योंकि किंग चार्ल्स को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
शक्ति या जीवन खो देता है
'स्मिथसोनियन मैगजीन' के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि जो भी राजकुमार या राजा इस हीरे का मालिक बनता है, वह अंततः अपनी शक्ति या जीवन खो देता है.
पुरुष उत्तराधिकारी ने नहीं पहना
शायद ब्रिटिश राज परिवार को इस अभिशाप के बारे में पता था और इसलिए इस हीरे को कभी भी सिंहासन के पुरुष उत्तराधिकारी ने नहीं पहना.
कोहिनूर को भारत के शासकों के पास रखा गया था, बाद में यह ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों में आ गया.
फारसी भाषा में "कोहिनूर"
फारसी भाषा में "कोहिनूर" का मतलब "रोशनी का पहाड़" होता है. यह हीरा महाराजा रणजीत सिंह के खजाने से निकलकर महारानी विक्टोरिया के पास आया था.
यह हीरा अतीत में ब्रिटिश राज्याभिषेक समारोहों में महत्वपूर्ण रहा है.