गिनीज बुक ने बताया कैसे World War 2 में मारा गया सबसे लंबा और जहरीला सांप

Zee News Desk
Aug 17, 2023

द्व‍ितीय विश्वयुद्ध-

द्व‍ितीय विश्वयुद्ध में बड़ी ही ऐतिहासिक घटना घटी, इतिहास में दर्ज है कि कैसे सबसे लंबा और जहरीला सांप में मारा गया.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने दी जानकारी-

लेकिन आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों और कैसे हुआ? तो चलिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में इसकी जानकारी बताई गई है.

हमाड्रियाड प्रजात‍ि का किंग कोबरा-

गिनीज बुक के अनुसार, यह सांप हमाड्रियाड प्रजात‍ि का किंग कोबरा था, जो दुनिया में सबसे जहरीले सांपों में से एक है.

लंबाई और वजन-

बताया जाता है कि यह 3.7 से 4 मीटर यानी 13 फीट तक लंबा और 6.8 किलो तक वजनी होती है. यह किंग कोबरा भारत और दक्ष‍िण पूर्व एश‍िया के देशों में यह पाया जाता है.

द्वितीय विश्वयुद्ध के समय-

अप्रैल 1937 में मलेशिया के नेगेरी सेम्बिलान में पकड़े गए किंग कोबरा की लंबाई 5.71 मीटर यानी 18 फीट 8 इंच थी. जो अब तक का सबसे लंबा जहरीला सांप है.

चिड़िया घर में रखा गया-

इस सांप को ब्रिटेन के लंदन चिड़ियाघर में रखा गया. 1939 की सर्दियों तक इसकी लंबाई और बढ़ गई थी.

इस वजह से मारना पड़ा-

आशंका थी कि चिड़ियाघर पर बमबारी की जा सकती है. इससे जहरीले जानवर शहर की ओर भाग सकते हैं. जिसके चलते अन्य विषैले सांपों के साथ इस सांप को भी मारना पड़ा था.

आज भी किया जाता है याद -

जनता को खतरे से बचाने के लिए इस कठिन निर्णय को लेना पड़ा. लंदन चिड़ियाघर आज भी अपनी वेबसाइट पर उसे एक दुखद दिन के तौर पर याद करता है.

कुछ जानवरों को रखा गया सुरक्षित-

2nd World war के दौरान सरकार के आदेश से प्राणी उद्यान बंद कर दिए गए थे, इसलिए कई जानवर जिसमें से दो विशाल पांडा, दो ऑरंगुटान, चार चिंपैंजी, तीन एशियाई हाथी और एक शुतुरमुर्ग को व्हिपसनेड चिड़ियाघर में भेज दिया था.

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