लुटियंस दिल्ली में अब बंगले की क्या है कीमत? सोच भी नहीं सकते आप
Alkesh Kushwaha
Jun 20, 2024
लुटियंस दिल्ली
लुटियंस दिल्ली वो इलाका है जहां देश के सबसे अमीर लोग रहते हैं. ये करीब 230 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें गोल्फ लिंक्स, मालचा मार्ग और पृथ्वीराज रोड जैसे कई बड़े इलाके शामिल हैं.
ब्रिटिश राज
इसे ब्रिटिश राज के दौरान भारत के सबसे महत्वपूर्ण लोगों के लिए बनाया गया था. सुनील भारती (एयरटेल), डाबर ग्रुप की बर्मन फैमिली और स्टील कारोबारी लक्ष्मी मित्तल कुछ ऐसे नाम हैं जो इस पॉश इलाके में रहते हैं.
अंग्रेज अधिकारियों के लिए
गौर करने वाली बात ये है कि इसे मूल रूप से अंग्रेज अधिकारियों के लिए बनाया गया था और उस समय भारतीयों को इस इलाके में आने की इजाजत नहीं थी.
एडविन लुटियंस
1911 में, अंग्रेजों की सरकार ने भारत की राजधानी को कोलकाता से दिल्ली शिफ्ट कर दी. ऊंचे पदों पर बैठे अंग्रेज अफसरों के लिए रहने का इलाका बनाने के लिए सर एडविन लुटियंस को मुख्य वास्तुकार चुना गया.
वायसराय हाउस (राष्ट्रपति भवन)
उन्होंने बाकी वास्तुकारों के साथ मिलकर शहर के बीच में वायसराय हाउस बनाया, जिसे आज हम राष्ट्रपति भवन के नाम से जानते हैं.
किंग्सवे
यहीं पर अखिल भारतीय युद्ध स्मारक भी बनाया गया था. युद्ध स्मारक से वायसराय हाउस तक जाने वाले रास्ते को किंग्सवे नाम दिया गया था.
युद्ध स्मारक (इंडिया गेट)
अब युद्ध स्मारक को इंडिया गेट के नाम से जाना जाता है और किंग्सवे को पहले राजपथ और फिर कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाने लगा.
लुटियंस दिल्ली
कनॉट प्लेस, जनपथ, प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रीय संग्रहालय आदि जैसी जगहें इसी इलाके में आती हैं. सर लुटियंस के नाम पर पूरे इलाके को लुटियंस दिल्ली कहा जाने लगा.
सरकारी दफ्तरों के प्रमुख
यहां सांसदों, लोकसभा अध्यक्ष, उपराष्ट्रपति, महत्वपूर्ण सरकारी दफ्तरों के प्रमुखों और मंत्रियों के बंगले भी हैं. इस इलाके को बनाने का काम 1931 में पूरा हुआ.
110 करोड़ रुपये
लुटियंस बंगला जोन में हाल ही में एक बड़ी डील हुई है. कस्तूरबा गांधी मार्ग, वकील लेन, मंडी हाउस पर स्थित 10 बेडरूम (BHK) वाले एक बंगले को बेचा गया है. इस बंगले की कीमत 110 करोड़ रुपये तय की गई थी.
500 करोड़ रुपये
इसके अलावा, फिरोजशाह रोड पर 12 कमरों वाला एक घर भी बेचा गया. इसकी कीमत 500 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
महत्वपूर्ण जगहें
लुटियंस दिल्ली के आसपास कई महत्वपूर्ण जगहें हैं, जैसे कि इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, ऐतिहासिक इमारतें और खास क्लब. ये चीज़ें भी इस इलाके के बंगलों की ऊंची कीमतों का कारण हैं.