कितनी तनख्वाह पाती थीं मुगल हरम की दासियां?

Gaurav Pandey
Jun 20, 2023

मुगलों हरम को लेकर अधिकतर इतिहासकारों में मतभेद देखने को मिलता है लेकिन कहा जाता है कि अकबर के शासन काल में मुगल हरम में 5 हजार से अधिक दासियां थीं.

कई इतिहासकारों का कहना है कि मुगल हरम बादशाहों की अय्याशी का अड्डा हुआ करता था. इस जगह पर रानियों और दासियों को रखा जाता था.

इतिहासकार बताते हैं कि हरम में दासियों की तनख्वाह इतनी ज्यादा थी कि आज अधिकतर करोड़पति भी उसका मुकाबला नहीं कर सकते हैं.

कहा जाता है कि मुगल हरम में रहने वाली एक दासी पर बादशाह करीब ₹1000 से लेकर ₹1600 (तत्कालीन मुद्रा) तक खर्च करते थे.

उस दौरान 10 रुपये में 1 तोला सोना, वहीं 5 रुपये में पूरे महीने का राशन आराम से आ जाता था. अब आप समझ सकते हैं यह राशि कितनी बड़ी हुआ करती थी.

मुगल बादशाह के अलावा हरम में जाने की गलती करने वाले को मौत की सजा दी जाती थी. हरम पर बादशाह का इकलौता आधिपत्य होता था.

औरंगजेब का शासनकाल आते-आते मुगल हरम अपने अंत की ओर बढ़ने लगा था. इसके बाद यह आम अमीरों के अय्याशी का अड्डा बन गया.

VIEW ALL

Read Next Story