हरम की औरतें नजर छिपाकर डॉक्टर के साथ करती थीं ये सब

Shwetank Ratnamber
Jul 05, 2023

मुगल हरम अय्याशियों के अड्डे थे. यहां की औरतों को ताउम्र किसी दूसरे मर्द को देखना या उनका साथ पाना नसीब नहीं होता था. हरम की महिलाओं को बादशाह की प्रॉपर्टी समझा जाता था.

हरम में खाना पकाने से लेकर गुसलखाने तक के सारे काम किन्नरों की मौजूदगी और निगरानी में होते थे, ताकि मुगल बादशाहों के खानदान की इज्जत पर आंच न आए.

मुगलों के हरम में बड़ी संख्या में किन्नरों की तैनाती की जाती थी. किसी भी बाहर से आने वाले इंसान को लाना और उसे बाहर तक छोड़ना, उनकी जिम्मेदारी का अहम हिस्सा था.

हरम में हजारों औरतें होती थीं. बादशाह किसके साथ रात गुजारेंगे, इसके बारे में किसी को पता नहीं होता था. हरम में कई औरतें ऐसी होती थीं, जिन्हें बादशाह के साथ क्लालिटी टाइम स्पेंट करना तो दूर उनका चेहरा देखने का मौका भी नहीं मिलता था.

ऐसे में शारीरिक जरूरतों न पूरी होने की वजह से उनकी कुंठा बढ़ जाती थी. ऐसे में हरम की सैकड़ों महिलाएं हिस्टीरिया नामक बीमारी का शिकार हो जाती थीं.

इतावली यात्री और डॉक्टर मनूची के मुताबिक जब भी हरम में डॉक्टर को बुलाया जाता था तो किन्नर उसकी आंख पर पट्टी बांध देते थे ताकि वो अंदर का माहौल न देख सके. लेकिन जब उनका वहां आना-जाना आम हो गया तो उन पर भरोसा बढ़ गया तब पाबंदिया हटा ली गईं.

हरम में मौजूद महिलाओं को किसी और से मिलने की इजाजत नहीं थी. इसलिए वो जानबूझकर खुद को बीमार बताती थीं, ताकि उनसे मिलने कोई मर्द चिकित्सक आए और नब्ज टटोलने के बहाने वो उसे छू सकें. महिलाओं में डाक्टर को छूने की होड़ मच जाती थी.

उसी दौरान कई महिलाएं डाक्टर का हाथ चूम लेती थीं और कुछ तो प्यार से काटती भी थीं. इतना ही नहीं कुछ औरतें उसका हाथ अपनी छाती से स्पर्श कराती थीं. तब वो डॉक्टर उस दौरान ऐसा व्यवहार करते मानों कुछ हो ही नहीं रहा, ताकि पास बैठे किन्नर को भनक तक न लगे. क्योंकि अगर वो चुगली कर देते तो उन औरतों को जान से मार दिया जाता.

हरम की औरतों का मुख्य और एक सूत्रीय काम बादशाह को यौन सुख देना था. हरम की मुख्य बेगमों को छोड़कर किसी महिला की इससे ज्यादा हैसियत नहीं थी. कई बादशाह तो हरम में सुख भोगने के लिए अजीबोगरीब प्रतिस्पर्धा कराते थे.

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