जोश से भर जाएगा रोम-रोम, अगर पढ़ ली अटल बिहारी वाजपेई की ये 5 कविताएं

Zee News Desk
Oct 01, 2024

अटल बिहारी वाजपेयी, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री होने के साथ ही एक प्रतिभाशाली कवि भी थे.

आइए, अटल जी की कुछ ऐसी ही शानदार कविताओं पर नजर डालते हैं जो आपको अंदर तक छू जाएंगी.

संकल्प...........

यह कविता अटल जी के दृढ़ संकल्प और देश के प्रति उनके प्रेम को दर्शाती है. उन्होंने इस कविता में देश के विकास और उन्नति के लिए अपना जीवन समर्पित करने का संकल्प लिया है.

माटी की मूरत.......

इस कविता में अटल जी ने मिट्टी को एक मूर्ति के रूप में चित्रित किया है और बताया है कि कैसे मिट्टी से ही हम सब बने हैं. यह कविता हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने और अपनी मातृभूमि के प्रति सम्मान रखने की सीख देती है.

गीत नया गाता हूँ.......

यह कविता अटल जी के आशावाद और उत्साह का प्रतीक है. उन्होंने इस कविता में एक नया गीत गाने की बात कही है, जो देश के उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करता है.

राजा के राज में...........

इस कविता में अटल जी ने राजा के शासनकाल में लोगों की पीड़ा को बयान किया है. यह कविता हमें न्याय और समानता के लिए लड़ने की प्रेरणा देती है.

वायुदूत के जहाज़ में............

यह कविता अटल जी की कल्पनाशीलता का एक उदाहरण है. उन्होंने इस कविता में वायुदूत के जहाज़ में बैठकर दुनिया की यात्रा का वर्णन किया है. यह कविता हमें अपनी सोच को व्यापक बनाने और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करती है.

अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं न केवल उनकी साहित्यिक प्रतिभा का प्रमाण हैं बल्कि उनके व्यक्तित्व की भी झलक दिखाती हैं.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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