भारत का ऐसा गांव, जहां सड़कों और घरों में खुलेआम घूमते हैं सांप
Alkesh Kushwaha
May 15, 2024
पूजनीय भगवान शिव
ये तो जगजाहिर है कि भारत वो देश है जहां सदियों पुराने नाते और भगवान शिव से जुड़ाव के कारण सांपों को पूजनीय माना जाता है.
पूरे भारत में पूजा
हर साल, नाग पंचमी के त्योहार पर भारत के गांवों में हजारों श्रद्धालु सांपों की पूजा और उन्हें दूध पिलाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
शेटपाल
महाराष्ट्र के पुणे से करीब 200 किलोमीटर दूर सोलापुर जिले में एक गांव है, जिसका नाम शेटपाल है.
नागराज
यहां हर घर में नागराज (कोबरा सांप) विराजते हैं. ये कोई कहानी नहीं बल्कि सच है.
सांपों की पूजा
इस गांव में हर घर और हर दिल में रोजाना सांपों की पूजा की जाती है. शेटपाल नाम का ये गांव वाकई अनोखा है.
घूमने-फिरने की आज़ादी
यहां सांपों को घूमने-फिरने की पूरी आज़ादी है और 2600 से ज़्यादा रहने वाले गांव के लोग उन्हें कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचाते.
हर घर में कोबरा
असल में, इस गांव में हर घर में कोबरा को परिवार के सदस्य की तरह रखा जाता है. ना तो सांपों को और ना ही गांव वालों को एक-दूसरे से कोई खतरा रहता है.
जहरीले सांपों के साथ
शेटपाल के लोगों ने जहरीले सांपों के साथ रहने के अपने शौक को एक कदम और आगे बढ़ाया है.
देवस्थान
उन्होंने अपने घरों में ही देवस्थान (देवता का निवास) बना रखा है. घर में एक खास कोना सिर्फ कोबरा के लिए छोड़ा जाता है, जहां वो कभी भी आराम करने के लिए आ सकते हैं.
नया घर
गांव में अगर कोई नया घर बनाता है, तो वो ये ज़रूर ध्यान रखता है कि घर में एक खोखला हिस्सा सांपों के देवस्थान के लिए ज़रूर छोड़े.