कौन थे चे ग्वेरा, जो मात्र 39 साल के जीवन में बने क्रांति का चेहरा

Zee News Desk
Dec 22, 2024

जब भी क्रांति की चर्चा होती है तो कार्ल मार्क्स और चे ग्वेरा का नाम जरूर आता है.

आज पूरी दुनिया दो भागों में पूंजीवाद और मार्क्सवाद में बंटी है.

आज पूरी दुनिया दो भागों में पूंजीवाद और मार्क्सवाद में बंटी है.

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया पूरी तरह से दो धड़ों में बंट गई थी जिसका नेतृत्व तत्कालीन सोवियत संघ और अमेरिका कर रहा था.

कौन थे चे ग्वेरा?

चे ग्वेरा का पूरा नाम अर्नेस्टा ग्वेरा डे ला सेरना थे. इनका जन्म 14 जून 1928 को अर्जेंटीना में हुआ था और 20वीं सदी के सबसे बड़े क्रांतिकारियों में से एक थे.

आज भी दुनिया भर में लेफ्ट की क्रांति के लिए चे ग्वेरा का नाम पुकारा जाता है. उनके राजनीतिक गुरू फिदेल कास्त्रो थे.

चे ग्वेरा का पूरा जीवन गोरिल्ला युद्ध में बीत गया. उन्होंने फिदेल कास्त्रो की सहायता से क्यूबा के शासक को उनकी सत्ता से हटाने में अहम भूमिका निभाई थी.

1966 में बोलिविया में सरकार के खिलाफ आंदोलन करते समय बोलिविया की सेना ने मात्र 39 साल की उम्र में उन्हें मार दिया.

लेकिन वह दुनिया भर के लिए वह क्रांति का एक प्रतीक बन गए. आज भी जब क्रांति की चर्चा होती है तो उनका नाम सबसे पहले आता है.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है

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