"मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना..." पढ़िए राहत इंदौरी के फेमस शेर
Zee News Desk
Dec 16, 2024
राहत इंदौरी एक ऐसे शायर थे जिनका अंदाज बिल्कुल अलग था. वो अपनी शायरी से लोगों को अपना फैन बना लेते थे.
आइए पढ़ते हैं ऐसे ही मन मोहने वाले शायर के कुछ शेर को...
किसने दस्तक दी, दिल पे, ये कौन है
आप तो अन्दर हैं, बाहर कौन है
बुलाती है मगर जाने का नहीं, ये दुनिया है इधर जाने का नहीं
मेरे बेटे किसी से इश्क कर, मगर हद से गुजर जाने का नहीं
अगर खिलाफ हैं, होने दो, जान थोड़ी है, ये सब धुंआ है, कोई आसमान थोड़ी है
लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है
बहुत गुरूर है दरिया को अपने होने पर
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियां उड़ जाएं
अफवाह थी की मेरी तबियत ख़राब है
लोगों ने पूछ पूछ के बीमार कर दिया
मैं जब मर जाऊं तो मेरी अलग पहचान लिख देना
लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना
Disclaimer
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक और मनोरंजन करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है.