17 बार युद्ध में धूल चटाने के बाद सम्राट Prithviraj Chauhan ने मोहम्मद गौरी का ऐसे किया वध

Zee News Desk
Nov 18, 2024

इतिहास के पन्नो में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की वीर गाथाओं के कई किस्से मशहूर हैं.

सम्राट पृथ्वीराज चौहान अपने शौर्य और वीरता के लिए जाने जाते हैं. ये शब्द भेदी बाण चलाने में भी निपुण थे.

भारत के वीर पुत्र पृथ्वीराज चौहान अपने राज्य के विस्तार के लिए हर वक्त सजग रहते थे. इन्होंने मोहम्मद गौरी को कई बार युद्ध में हराया था.

लेकिन इसके बाद भी मोहम्मद शहाबुद्दीन गौरी ने कन्नौज के राजा जयचंद के साथ मिलकर पृथ्वीराज चौहान को हराने की योजना बनाई और उन पर हमला कर दिया.

चंद बरदाई की लिखी पृथ्वीराज रासो के मुताबिक मोहम्मद गौरी पृथ्वीराज चौहान को कैदी रूप में गजनी ले गया जहां पृथ्वीराज चौहान को उसने अंधा कर दिया था.

इसी दौरान पृथ्वीराज चौहान की उनके मित्र चंदबरदाई से मुलाकात हुई. चंदबरदाई एक कूटनीतिज्ञ भी थें.

जब पृथ्वीराज चौहान और उनके मित्र चंदबरदाई को गौरी के सामने ले जाया गया तो चंद बरदाई ने पंक्तियां कहीं, '' चार बांस चौबीस गज अंगुल अष्ट प्रमाण ता ऊपर सुल्तान है मत चूके चौहान''.

इसके बाद पृथ्वीराज चौहान ने गौरी पर निशाना साधा और गौरी की हत्या कर दी. इस घटना के कुछ देर बाद ही पृथ्वीराज और चंद बरदाई ने एक दूसरे को मार दिया.

VIEW ALL

Read Next Story