आखिर क्यों फटते हैं बादल? आसमान से गिरने लगता है पानी का सैलाब

Zee News Desk
Jul 02, 2024

बादल के अंदर पानी की मात्रा और आपके चारों ओर हवा में फैंली पानी की मात्रा से कुछ अलग नहीं है.

बादल क्यों फटते हैं

बादल फटने की घटना अमूमन पृथ्वी से 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर घटती है. इसके कारण होने वाली वर्षा लगभग 100 मिलीमीटर प्रति घंटा की दर से होती है.

क्‍या होता है बादल का फटना

बादल का फटना या क्लाउडबर्स्ट का मतलब, बहुत कम समय में एक सीमित दायरे में अचानक बहुत भारी बारिश होना है.

मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक

अगर किसी एक क्षेत्र में 20-30 वर्ग किमी दायरे में एक घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश होती है तो उसे बादल का फटना कहा जाता है.

कब फटते है बादल

घनत्व बढ़ने से जोरदार आवाज के साथ बादल फटता है और अचानक तेज बारिश शुरू हो जाती है.

ठंडा ताप के कारण

बादल के अंदर का ठंडा तापमान इस नमी या वाष्प को तरल में बदल देता है.जो दलों में लाखों, अरबों या यहां तक ​​कि खरबों छोटी पानी की बूंदों के रूप में मौजूद रहता है.

कितनी तरह के होते हैं

बादल के मुख्य तौर पर तीन तरह के होते हैं. सिरस, क्युमुलस और स्ट्रेटस. इन नामों को बादलों की प्रकृति और आकार के आधार पर रखा गया है

काले बादल

मानसून के मौसम में सफेद बादलों की जगह काले बादल ज्यादा नजर आते हैं. ये वही बादल होते हैं, जो पानी बरसाते हैं.

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