इस फूल का नाम बताने में बड़े-बड़ों के छूट जाएंगे पसीने, 12 साल में खिलता है सिर्फ एक बार

Zee News Desk
Aug 17, 2023

खूबसूरती-

उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है.

फूलों की धरती-

भारत को फूलों की धरती भी कहा जाता है, यहां के हर राज्य में अलग-अलग तरह के फूलों की खेती की जाती है.

नीलकुरिंजी फूल-

ऐसे ही केरल राज्य के जंगलों में पाए जाने वाले नीलकुरिंजी फूलों का इतिहास है.

12 साल में खिलता है एक बार-

नीलकुरिंजी एक सुंदर फूल है जो दक्षिणि भारत के कुछ विषेश क्षेत्रों में हर 12 साल बाद खिलता है.

वैज्ञानिक नाम-

नीलकुरिंजी का वैज्ञानिक नाम "स्ट्रोबिलैंथेस कुंथियाना" है.

क्यों कहा जाता है नीलकुरिंजी-

नीलकुरिंजी फूल नीलगिरी शिखरों और पहाड़ियों को पूरी तरह से नीला बना देता है इसलिए इसे "नीलकुरिंजी" कहा जाता है.

फूल की खासियत-

इस फूल की खासियत है कि यह एक इकलौता फूल है जो एक बार मुरझाने पर 12 साल बाद खिलता है.

बदलता है रंग-

केरल के पहाड़ नीले और हरे रंग के हैं, लेकिन नीलकुरिंजी फूलों के खिलने के बाद ये पहाड़ बैंगनी रंग में नजर आते हैं.

क्यों लग जाते हैं 12 साल-

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि नीलकुरिंजी के फूलों को परागित होने में लंबा समय लगता है, इसलिए इसे खिलने में 12 साल तक का समय लग जाता है.

VIEW ALL

Read Next Story