कौन होती हैं विषकन्याएं और क्यों पड़ी थी चाणक्य को इनकी जरूरत?

Zee News Desk
Aug 08, 2024

चाणक्य नीति

विषकन्या कोई कल्पना नहीं आचार्य चाणक्य के दिमाग की उपज थी जिनका मक्सद विरोधी शासकों को ख्तम करना होता था.

राजादेश

राजा के आदेश से विषकन्या को विरोधी राजा के पास भेजा जाता था जो नाखून या दांतों का प्रयोग करके सामने वाले की जान ले लेती थी.

अरस्तु की चेतावनी

भारत के लिए निकलते समय सिकंदर के गुरू अरस्तु ने भी सिकंदर को विषकन्यायों को लेकर चेतावनी दी थी.

घातक

इतिहासकारों की माने तो ये बहुत ही खूबसूरत होती थी और उनकी खूबसूरती पल भर में किसी की भी जान ले सकती थी.

प्रशिक्षण

बचपन से ही उनके भोजन में हल्की मात्रा में जहर देना शुरू कर दिया जाता था जैसे-जैसे लड़की की उम्र बढ़ती थी उसके जहर की मात्रा बढ़ा दी जाती थी.

विषकन्या का इस्तेमाल

प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें दुश्मन देश के राजाओं की जान लेने के लिए उसका इस्तेमाल किया जाता था.

कुंडली

किसी भी कन्या या महिला के कुंडली में विषकन्या योग शुभ नहीं माना जाता.

विषकन्या योग

ज्योतिष विद्या के मुताबिक जिस लड़की की कुंडली में विषकन्या योग होता है उनके पति हमेशा बीमार रहते हैं. इसे पापग्रह की देन कहा जाता है.

फिल्म

सन् 1943 में विषकन्या नाम से एक फिल्म भी बनी थी. कई सारे लोककथाओं और दंतकथाओं में भी विषकन्या का जिक्र मिलता है.

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