तो इस वजह से भारत छोड़ कर भागे थे अंग्रेज,ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने खोले राज
Zee News Desk
Aug 14, 2024
INA
आजाद हिंद फौज या Indian National Army की स्थापना 17 फरवरी 1942 को सिंगापुर में कैप्टन मोहन सिंह ने की थी.
आजाद हिंद सरकार
21 अक्टूबर 1943 को आजाद हिंद सरकार का गठन होने के बाद इस सेना को आजाद हिंद फौज नाम दे दिया गया.
फौजी
INA के सिपाही गुरिल्ला वॉरफेयर और स्पेशल ऑपरेशन्स में माहिर थे.
संख्या
इतिहासकार मेजर G.D बख्शी के अनुसार आजाद हिंद फौज में करीब 60,000 सिपाही थे.
महिला सश्क्तीकरण
INA में रानी झांसी रेजिमेंट का गठन किया गया जिसकी प्रमुख कमांडर लक्ष्मी सहगल और जानकी देवर थी.
मणिपुर
14 अप्रैल 1944 को आजाद हिंद फौज ने मणिपुर को ब्रिटिश से आजाद करा कर पहली बार भारत की तिरंगा लहराया.
विद्रोह
जनवरी 1946 में एयर फोर्स के 5200 सिपाही, फरवरी में भारतीय नेवी के 20,000 सिपाहियों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह की घोषणा कर दी.
डेथ
इतिहासकार मेजर G.D बख्शी के अनुसार अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में कुल 26,000 आजाद हिंद फौजियों की मौत हुई थी.
बातचीत
1956 में भारत आए पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने बंगाल के गवर्नर से कहा था की 'वो आजाद हिंद फौज और उसके कारण पूरे भारत में उठा विद्रोह ही था जिसने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया'.