महाभारत से जुड़ी ये जगहें आज भी हैं मौजूद, इनसे जुड़ी मान्यताओं के बारे में जानकर रह जाएंगे हैरान

Zee News Desk
Aug 07, 2024

युद्ध

कुरूक्षेत्र का युद्ध लगभग 5000 साल पहले हुआ था लेकिन महाभारत से जुड़े स्थानों में अभी भी मिलते है इस कहानी के साक्ष्य.

महाकाव्य

महाभारत के बारे में कौन नहीं जानता यह प्राचीन भारत के दो महाकाव्यों में से एक है.

एकचक्रा

पश्चिम बंगाल में स्थित इस जगह को पांडवो ने अपना वनवास काटने के लिए इस्तेमाल किया था.

भीष्म कुंड

माना जाता है की तीरों से बुरी तरह घायल होने के बाद इसी जगह से भीष्म ने महाभारत का युद्ध देखा था.

काशी

शिखंडी के रूप में जन्मी अंबा काशी नरेश की बेटी थी जिसने भीष्म का वध करने की शपथ ली थी.

प्राग्ज्योतिषपुर

16000 लड़कियों को बंधक बना कर रखने वाला नरकासुर यहीं का राजा था जो आसाम राज्य में स्थित है.

पाटन

वनवास के दौरान पाटन के जंगल में ही भीम ने हिडिंब को मार कर हिडिंबा से शादी की थी.

व्यास गुफा

उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में स्थित है ये गुफा. ऐसा माना जाता है कि वेद व्यास ने भगवान गणेश की मदद से यहीं पर महाभारत की रचना की थी.

द्रोण सागर झील

उत्तराखंड के काशीपुर में पांडवों ने अपने गुरू द्रोणाचार्य के लिए गुरूदक्षिणा के रूप में बनवाया था ये झील.

उज्जानिक

यहां कुरु वंश के बच्चों ने गुरू द्रोणाचार्य के मार्गदर्शन में तीरंदाजी की कला में महारत हासिल की थी. इस स्थान पर पाया गया भीमाशंकर मंदिर ज्योतिर्लिंगों में से एक है.

गांधार

वर्तमान में जहां अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल है वहां महाभारत-काल का गांधार हुआ करता था.

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