इस भारतीय राजा से खौफ खाते थे दुष्मन, इनसे लड़ने के बाद नहीं जुटा पाए दोबारा हमले की हिम्मत

Zee News Desk
Sep 10, 2024

विदेशी आक्रमण

भारतीय इतिहास में विदेशी आक्रमण और उसे रोकने के लिए छोटे-बड़े सभी राजाओं ने हमेशा ही ना जाने कितने युद्ध किए थे.

राजा सुहलदेव

इन्हीं में से एक शख्सियत थी राजा सुहलदेव जिन्होंने युद्ध जीता भी तो ऐसा कि किसी आक्रांता ने अगले 150 साल तक भारत में कदम नहीं रखा.

सैयद सालार मसूद

भारत और सोमनाथ मंदिर को लूटने के बाद महमूद गजनवी को वापस चला गया लेकिन उसके पीछे रह गया उसका भांजा गाज़ी सैयद सालार मसूद.

रणनीति

महमूद गजनवी के भारत लूट के बाद उसके भांजे ने भारत पर राज करने की नई रणनीति पर काम करना शुरू किया.

राजा

लेकिन उसे नहीं पता था कि बहराइच में एक ऐसा राजा भी है जो उसे रोकने के लिए जोर-शोर से तैयारियों में लगा हुआ है.

गाजी

सैयद सालार मसूद गाजी ने सिंधु नदी के पाक तत्कालीन भारत के कई हिस्सों पर अपना कब्जा जमा लिया था.

बहराइच

लेकिन जैसे ही उसने बहराइच को अपने कब्जे में लेना चाहा, राजा सुहलदेव ने 21 राज्यों की संगठित सेना के साथ उसे धूल चटा दी.

आदेश

श्रावस्ती में हुए इस भीषण युद्ध में सालार मसूद ना सिर्फ हारा बल्कि मारा गया, जिसके बाद सुहलदेव ने सेना को आदेश दिया कि कोई भी अफगानी सैनिक जिंदा ना बचने पाए.

कटा हुआ सिर

युद्ध के बाद सबक के तौर पर महाराज सुहलदेव ने सालार मसूद को कटा हुआ सिर उसके घर भिजवाया जिसके बाद अगले 150 वर्षों तक भारत में कोई भी विदेशी हमला नहीं हुआ.

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