सैकड़ों साल के शासन के बाद आखिर कैसे हो गया मुगलों का पतन? क्या थी वजह

Vinay Trivedi
Jul 24, 2023

कब हुई थी मुगल वंश की स्थापना?

भारत में मुगल वंश की स्थापना बाबर ने 1526 ईस्वी में की थी. 4 साल शासन के बाद बाबर के बाद उसका बेटा हुमायूं बादशाह बना और फिर ये अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब तक ये सिलसिला लगातार चलता रहा.

औरंगजेब की मौत के बाद क्या हुआ?

लेकिन 1707 ईस्वी में औरंगजेब की मौत के बाद मुगल साम्राज्य कमजोर पड़ गया और अगले 50 साल में मुगलों लगभग पूरी तरह पतन हो गया. वो नाम के बादशाह रह गए और विरोधी उन पर हावी हो गए.

क्यों कमजोर पड़ गए मुगल?

औरंगजेब की मौत के बाद हालत ये हो गई थी कि बादशाह की गद्दी पाने के लिए मुगलों के वंशज लड़ते रहे और इस दौरान उनके दुश्मन मजबूत हो गए.

मुगलों के रहते जब लूटी गई दिल्ली

मुगल के साम्राज्य की हालत ये गई थी कि औरंगजेब की मौत के 32 साल बाद ही ईरान के बादशाह नादिर शाह ने दिल्ली पर चढ़ाई कर दी. बहुत मार-काट मचाई और बेशकीमती कोहिनूर हीरा तक लूट कर ले गया.

क्यों नहीं बच पाया मुगल साम्राज्य?

औरंगजेब की मौत के बाद कुछ ही दशकों में मुगल साम्राज्य का पतन हो गया. इसकी बड़ी वजह औरंगजेब की ही कुछ नीतियां थीं जो मुगल साम्राज्य को ना बचा सकीं.

दक्कन नीति हो गई फेल

औरंगजेब की दक्कन जीतने की नीति बुरी तरह फेल रही थी. दक्षिण में दक्कन के आगे वह कभी नहीं बढ़ पाया. मराठा के साथ वह लगातार उलझा रहा.

कट्टर धार्मिक नीति नहीं आई काम

औरंगजेब की कट्टर धार्मिक नीति भी मुगलों को भारी पड़ी. औरंगजेब की मौत के बाद जाट, राजपूत और मराठों ने विद्रोह करके मुगल बादशाहों की मुश्किलें बढ़ा दीं.

सेना का पतन पड़ा भारी

मुगलों की सेना का पतन भी उनके लिए बहुत भारी पड़ा. नादिर शाह जैसा लुटेरा मुगल बादशाह के रहते कोहिनूर हीरा और तख्त-ए-ताऊस लूटकर ले गया लेकिन वह कुछ नहीं कर सका.

नहीं मिला कोई ताकतवर बादशाह

अकबर-औरंगजेब जैसा ताकतवर और नीती वाला बादशाह भी दोबारा मुगलों को नहीं मिला. निपुण शासक ना होना भी मुगल साम्राज्य के पतन का कारण बना.

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