कैदियों को सफेद रंग की काली धारियों वाली ड्रेस ही क्यों दी जाती है?
Arti Azad
Sep 24, 2023
Prisoners Dress Code:
जेल में कैदियों के भोजन से लेकर रहने तक के लिए कई नियम होते हैं, जिनका उन्हें सख्ती से पालन करना होता है.
आपने कई फिल्मों में देखा होगा कि जेल के कैदियों को कपड़े भी एक जैसे ही दिए जाते हैं. जेल में कैदी सफेद रंग के कपड़े पहनते हैं और उनपर काले रंग की धारियां बनीं होती हैं.
फिल्मों में ही नहीं असलियत में भी कैदियों को ऐसी ही ड्रेस दी जाती है. आइए जानते हैं कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है और क्यों कैदियों के लिए इस ड्रेस को चुना गया...
कैदियों के लिए ड्रेस की शुरुआत
कैदियों को इस तरह की ड्रेस कोड रखने के पीछे एक इतिहास, जिसके मुताबिक अमेरिका में 18वीं शताब्दी में ऑबर्न सिस्टम की शुरुआत की गई.
कैदियों में रहे अनुशासन
इसके तहत कैदियों के रहन-सहन के कुछ नए नियम जोड़े गए. इसके बाद से ही आधुनिक जेलों की शुरूआत हुई थी. इस बदलाव के तहत ही कैदियों को ग्रे-ब्लैक कलर की धारियों वाली ड्रेस दी गई.
सिंबल ऑफ शेम
ग्रे-ब्लैक स्ट्रिप वाली ड्रेस को सिंबल ऑफ शेम के तौर जाना जाता है, जिससे अपराधियों को अपने किए पर पछतावा हो.हालांकि, जब कैदियों के मानवाधिकार की बात को रखा गया, तो यह पॉइंट हटा दिया गया.
सफेद रंग में गर्मी कम लगती है
एक कारण यह भी बताया जाता है कि सफेद रंग की ड्रेस में गर्मियों में कैदियों को ज्यादा समस्या नहीं होती है.
दूर से ही दिखा जाता है सफेद रंग
ऐसे में अगर कैदी कभी जेल भागेगा तो रात के समय में भी उसे दूर से ही देखा जा सकता है. ऐसी ड्रेस आम लोग नहीं पहनते हैं. ऐसे में जब फरार कैदी को देख लोग पुलिस को इसकी सूचना दे सकेंगे.
सजा तय होने पर मिलती है ड्रेस
इसके बाद 19वीं सदी में ड्रेस में बदलाव किया गया और काली-सफेद ड्रेस दी जाने लगी. जानकारी के मुताबिक यह ड्रेस उन्हीं कैदियों को दी जाती है, जिनकी सजा तय हो जाती है.
हर देश में होता है अलग ड्रेस कोड
हर देश में कैदियों के लिए अलग ड्रेस कोड होता है. भारत की बात करे तो यहां के कैदियों की ड्रेस का चलन अंग्रेजों के समय से चला रहा है.