पंचमुखी रुद्राक्ष में पांच रेखाएं होती हैं. इन्हें पंचदेवों का प्रतीक माना जाता है
ज्योतिष शास्त्र के रुद्राक्ष धारण करने से पहले गंगाजल से शुद्ध कर लेना. इसेक बाद भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र ॐ नमः शिवाय का जप कर लें
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में एक मुखी से लेकर पंद्रह मुखी रुद्राक्ष की बात की गई है
इसे धारण करने से व्यक्ति के जीवन में स्थिरता और सफलता आती है. साथ ही, व्यक्ति का दुर्भाग्य दूर होता है
सरकारी नौकरी वाले लोगों को भी रुद्राक्ष धारण करने से विशेष लाभ होता है
अधिकारी और कलीग्स भी उनसे प्रसन्न होते हैं. वहीं, प्राइवेट जॉब वालों को भी जल्द पदोन्नति और सैलरी इंक्रीमेंट प्राप्त होता है
अगर स्वास्थ्य की बात की जाए तो रुद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य ठीक रहता है. साथ ही, व्यक्ति की चिंताएं और मानसिक तनाव दूर होता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे धारण करने के बाद व्यक्ति को सात्विक भोजन पर ग्रहण करना चाहिए
रुद्राक्ष धारण करके व्यक्ति को कभी भी श्मशान, कब्रिस्तान और इसी तरह की अन्य जगहों पर नहीं जाना चाहिए
मांस, मछली, अंडा और नशीले पदार्थों से खुद को पूरी तरह से दूर रखना चाहिए
व्यक्ति को रुद्राक्ष की माला पहन कर शारीरिक संबंध भी नहीं बनाने चाहिए