कई लोगों की शिकायत होती है कि उनका साथी रिश्ते में उनके साथ धोखा कर रहा है.
किसी रिलेशनशिप में धोखा मिलने की कई वजहें हो सकती हैं जिनमें से एक हार्मोन का स्तर भी है.
हार्वर्ड विश्वविद्यालय और टेक्सास विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से एक अध्ययन किया गया जिसमें इस बात का खुलासा हुआ.
रिसर्च के मुताबिक, जब मानव शरीर टेस्टोस्टेरोन और कोर्टिसोल का स्राव सबसे ज्यादा करता है तब अनैतिक गतिविधियों के बीच धोखाधड़ी भी कर बैठता है.
टेस्टोस्टेरोन का उच्च स्तर ही दिमाग को धोखा देने की हिम्मत देता है, वहीं हाई लेवल कोर्टिसोल नैतिक सापेक्षवाद-संबंधी तर्क जुटाने में सहायता करता है.
हाई लेवल टेस्टोस्टेरोन डर के लेवल को खत्म कर देता है. इस वक्त दिमाग सोचने की स्थिति में नहीं होता है और तत्काल धोखाधड़ी को अंजाम देता है.
हालांकि, जब सिर्फ एक ही हार्मोन हाई लेवल पर होता है तो व्यक्ति ज्यादा ईमानदार होता है. इसका दावा रिसर्च करती है.
इसलिए जब अगली बार धोखा देने का ख्याल आए तो पहले हार्मोन्स को शांत करने की कोशिश करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)