द्रौपदी की सुंदरता के आगे इंद्रलोक की अप्सरा भी थी फेल, वेदव्यास से मिला था ये अनोखा वरदान
Zee News Desk
Sep 19, 2024
द्रौपदी
महाभारत में द्रौपदी सिर्फ पांच पांडवों की पत्नी ही नहीं थी, बल्कि उनमें कई ऐसी विशेषताएं थीं, जिनके बारे में इंद्रलोक की अप्सराएं भी चर्चा किया करती थी.
द्रौपदी की मनमोहक सुंदरता
द्रौपदी की कई विशेषताओं में उनकी सुंदरता भी शामिल थी, लेकिन आज तक महाभारत की द्रौपदी की सुंदरता के पीछे छिपे राज को कोई नहीं जान पाया.
यज्ञसेनी कहलाती थी द्रौपदी
द्रौपदी राजा दुपद्र के किए यज्ञ कुंड से उत्पन्न हुई थी, इसलिए उनके चेहरे पर इतना तेज था कि उन्हें देखने वाले देखते ही रह जाते थे.
द्रौपदी की कोमल काया
द्रौपदी की त्वचा शिशु के समान कोमल थी, लेकिन जब उन्हें क्रोध आता था तो वो कठोर मांसपेशियों वाली यज्ञसेनी बन जाया करती थी.
कौमार्य का वरदान प्राप्त
महर्षि वेदव्यास के दिए वरदान की वजह से द्रौपदी का शरीर हमेशा 16 साल की कन्या की तरह ही नजर आता था. द्रौपदी का रंग सांवला और नैन-नक्श काफी मनमोहक थे.
बदन से फूलों की सुगंध
महाभारत की कहानी के अनुसार द्रौपदी के शरीर से ऐसी अद्भुत सुगंध निकलती थी, जिसका मुकाबला कोई इत्र या फूल भी नहीं कर सकते थे.
अद्भुत कलाओं का भंडार
सुंदर होने के साथ द्रौपदी के पास कई गुण और अद्भुत कलाएं भी थीं. उन्हें नृत्य, गायन, पाकशाला, राजनीति, समाजशास्त्र जैसे विषयों का ज्ञान भी था.
Disclaimer
यहां दी गई सभी जानकारी महाभारत की कहानियों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. Zee NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.