जब भीम ने दुशासन के खून से धुले द्रौपदी के बाल...

Saumya Tripathi
Jul 24, 2024

महाभारत में द्युतक्रीड़ा के समय युद्धिष्ठिर ने द्रौपदी को दांव पर लगा दिया और शकुनि की मदद से दुर्योधन ने द्रौपदी को जीत लिया.

दुर्योधन की आज्ञा मानकर दुशासन द्रौपदी को बालों से पकड़कर घसीटते हुए सभा में ले आया.

पांडव इस समय मौन होकर सब देख रहे थे. चीर हरण के समय द्रौपदी की लाज भगवान कृष्ण ने बचाई.

अपने अपमान से पीड़ित होकर द्रौपदी ने प्रण लिया कि वे अपने बाल तब तक नहीं बांधेगीं. जब तक वो दुशासन के रक्त से अपने केश नहीं धोएंगीं.

उनकी इस प्रण को पूरा करने के लिए भीम ने प्रतिज्ञा ली कि वो दुशासन के खून द्रौपदी के बाल धुलेंगे और रक्तपान करेंगे.

महाभारत के अनुसार, द्रौपदी ने 13 साल तक अपने बाल नहीं बांधे. महाभारत का युद्ध 18 दिन तक चला.

इस दौरान भीम ने द्रौपदी के प्रण को पूरा करने के लिए सत्रहवें दिन कुरुक्षेत्र में दुशासन का वध किया और रक्त से बाल धोए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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