Janmashtami 2023: जानें क्या है जन्माष्टमी की दो तिथियों का रहस्य

Arti Azad
Sep 02, 2023

Janmashtami 2023:

अगर आप जन्माष्टमी की तिथि को लेकर उलझन में हैं तो यहां इस पर्व की सही तिथि, शुभ मुहुर्त और अन्य जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

इसके अलावा यह भी जानें कि किस कारण से जन्माष्टमी का पर्व इस साल दो दिन मनाया जा रहा है और क्या है इसके पीछे उचित तर्क

कृष्ण जन्माष्टमी तिथि आरंभ-समापन

कृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर को दोपहर 3:37 बजे आरंभ होगी और 7 सितंबर को शाम 4:14 बजे जन्माष्टमी का समापन होगा.

कृष्ण जन्मोत्सव रात को मनाया जाता है

आमतौर पर हिन्दू धर्म में उदया तिथि के अनुसार त्यौहार मनाए जाते हैं, लेकिन जन्माष्टमी रात्रि पर्व है, इसलिए जन्माष्टमी 6 सितंबर को पड़ेगी.

वृंदावन-मथुरा

वृंदावन-मथुरा की जन्माष्टमी के हिसाब से ही अन्य स्थानों पर कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है.

जन्माष्टमी की दो तिथियों का रहस्य

जन्माष्टमी दो दिन की इसलिए मनाते हैं, क्योंकि यह संप्रदायों में बटी है. गौड़ीय संप्रदाय में जन्माष्टमी 6 की तो वैष्णव संप्रदाय में 7 सितंबर की है.

ब्रज मंडल में जन्माष्टमी 7 सितंबर को

ब्रज मंडल में वैष्णव संप्रदाय के अनुसार जन्माष्टमी पर्व मनाते हैं, इसलिए सभी शहरों में जन्माष्टमी मुख्य रूप से 7 को ही मनाई जाएगी.

जन्माष्टमी 2023 शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त 6 सितंबर: रात 11:57 बजे से 12:15 बजे तक शुभ मुहूर्त 7 सितंबर : रात 12:00 बजे से 12:42 बजे तक

जन्माष्टमी 2023 व्रत पारण समय

6 सितंबर: 7 सितंबर को सुबह 6 बजकर 2 मिनट 7 सितंबर: 8 सितंबर को सुबह 5 बजकर 12 मिनट

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