इसका अर्थ है कि हाथों के सबसे आगे वाले भाग में लक्ष्मी जी विराजमान हैं. मध्य में सरस्वती जी और मूल में यानी नीचे गोविंद का स्थान है. मैं सुबह सुबह इन तीनों के दर्शन कर इनका आशीर्वाद लेना चाहता हूं. जिससे मेरा दिन शुभ हो.
सबसे पहले उठकर अपने हाथों में चंद्रमा बनाएं. फिर इस मंत्र का उच्चारण करें. उच्चारण के बाद हाथों को देखकर अपने चेहरे से उसका स्पर्श करें.
सुबह सुबह बिस्तर से उठने से पहले हर किसी को विष्णु पुराण में बताए गए इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए.
ऐसा करने से सुबह सुबह ही हस पॉजिटिव एनर्जी के साथ उठते हैं. साथ में हमारा मन भगवान की ओर लगा रहता है.
इस क्रिया से हमारी आंखे भी ठीक होती है. इसीलिए हर उम्र के व्यक्ति को ये क्रिया जरूर करनी चाहिए.
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प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.