शादी से पहले कुंडली मिलना क्यों है जरूरी, जानें इसके पीछे की कहानी

Zee News Desk
Dec 04, 2024

हिंदू धर्म में शादी से पहले कुंडलियां मिलाने का रिवाज काफी पुराना है, ताकी आगे का जीवन सुखी हो

कुंडली के मिलने से एक चीज स्पष्ट हो जाती है, दोनों की जीवन शैली और उनका स्वभाव कितना मेल खाता है नही.

कुंडली मिलाने के वक्त दोष की बात होती है और वो इसलिए भी अगर किसी के अंदर दोष हो तो उसे समय रहते ठीक किया जा सके

कुंडली के मिलने से दोनों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में पता लगता है, जिससे ये भी स्पष्ट हो जाता है दोनों के अंदर कोई गंभीर समस्या तो नहीं है

कुंडली के मिलने से पार्टनर के ग्रह नक्षत्र के बारे में पता लगता है, जिससे भविष्य में  दोनों एक दूसरे के सुखमय जीवन की कामना कर सके

ज्योतिष के माध्यम से इसका भी ज्ञात होता है कि दोनों के बीच बच्चे का योग है या नहीं और भविष्य में परिवार में तालमेल रहेगा या नहीं

कुंडली मिलाने से इसका भी पता लगता है दोनों का स्वभाव एक दूसरे के प्रति भविष्य में अनुकूल रहेगा या नहीं

कुंडली मिलाने के समय 36 गुणों का मिलान किया जाता है. हालांकि, ऐसा भी नहीं है कि बिना कुंडली के मिलाए शादी नहीं हो सकती

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प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. हमने इस खबर को लिखने में सामान्य जानकारियों और धार्मिक मान्यताओं की मदद ली है. इसके सही या गलत होने की पुष्टि ZEE NEWS हिंदी नहीं करता है.

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