धर्मराज युधिष्ठिर के राजतिलक के समय भगवान कृष्ण ने उन्हें राजपाट और सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए कुछ वास्तु नियम बताए थे.
भगवान कृष्ण ने कहा था कि जहां पंचतत्व- धूप, दीप, पुष्प गंध और नैवैद्य हों वहां कभी वास्तु दोष नहीं रहता है.
वास्तु के अनुसार जहां ये पंचतत्व हों, वहां हमेशा समृद्धि और खुशहाली रहती है.
लिहाजा घर में धन-दौलत बढ़ते हुए देखना चाहते हैं तो भगवान कृष्ण के बताए वास्तु के इन नियमों का हमेशा पालन करें.
घर में हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा यानी कि ईशान दिशा में पानी रखें. यह ईश्वर की दिशा कहलाती है. साथ ही हमेशा प्यासों को पानी पिलाएं.
हजारों सापों के लिपटने के बाद भी चंदन पवित्र रहता है. लिहाजा घर में हमेशा चंदन जरूर रखें.
घर में हमेशा गाय का शुद्ध घी रखें और इसका पूजन-भोजन में उपयोग करें.
रोज शाम को तुलसी के पौधे के पास दीपक जरूर जलाएं.
मां सरस्वती के पूजन से बुद्धि को बल मिलता है. लिहाजा अपने ईष्ट के साथ देवी सरस्वती की पूजा करें.