किस श्राप के कारण शिवजी ने काटा था गणेश जी का सिर?

Gurutva Rajput
Apr 03, 2024

कई कथाएं प्रचलित

भगवान शिव ने अपने पुत्र गणेश का सिर काटा था और इसकी कई कथाएं प्रचलित हैं.

महादेव के दो भक्त

शिव पुराण के अनुसार, महादेव के दो भक्त थे, माली और सुमाली जो बाद में राक्षस बनगए थे.

स्वर्ग पर अधिकार

ये दोनों राक्षस स्वर्ग पर राज करना चाहते थे, लेकिन सूर्यदेव ऐसा नहीं चाहते थे.

सूर्यदेव और राक्षसों के बीच युद्ध

इस बात को लेकर सूर्यदेव और राक्षसों के बीच युद्ध हुआ और सूर्यदेव ने अपनी तेज शक्ति इस्तेमाल की.

राक्षसों ने की शिव जी से प्रार्थना

दोनों राक्षस महादेव से सूर्यदेव के प्रकोप से बचने के लिए प्रार्थना करने लगे.

त्रिशूल से प्रहार

इस पर शिव जी ने सूर्यदेव पर त्रिशूल से प्रहार कर दिया और सूर्य मरणासन्न हो गए.

भगवान शिव को दिया श्राप

महर्षि कश्यप ने अपने पुत्र सूर्यदेव को इस अवस्था में देखकर कोर्धित हो गए और भगवान शिव को श्राप दे दिया.

क्या था श्राप

उन्होंने श्राप दिया कि जिस तरह मेरे पुत्र को मारा है उसी तरह स्वंय तुभ भी अपने पुत्र को मारोगे.

इसलिए काटा पुत्र गणेश का सिर

इस श्राप के बाद ऐसा संयोग बना जिससे भगवान शिव को अपने पुत्र गणेश का सिर काटना पड़ा था.

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