चाहे तेज बारिश हो या आंधी, इस श्रापित शमशान में 24 घंटे जलती रहती है चिताएं

Zee News Desk
Sep 10, 2024

भारत में कई ऐसी जगहें हैं, जहां के तथ्य और पुराने इतिहास लोगों को आश्चर्यचकित कर देते हैं.

ऐसे ही भारत में एक ऐसा शमशान मौजूद है, जहां पर 24 घंटे चिताएं लगातार जलती रहती हैं.

बनारस का मणिकर्णिका घाट इस बात के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. लोग दूर दूर से यहां के इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए आते हैं.

बनारस का मणिकर्णिका घाट श्रापित शमशान है. इसको देवी पार्वती ने श्राप दिया था.

क्यों मिला श्राप

पुराणों में वर्णित है कि एक बार पार्वती जी यहां पर स्नान कर रही थी. तभी उनके कान की बाली कुंड में गिर गई. उस बाली में मणि लगी थी. बाली को ढूंढने का काफी प्रयास किया गया, मगर बाली न मिली. इस पर क्रोध में आकर देवी ने श्राप दे दिया कि ये स्थान हमेशा जलता रहेगा.

मुक्ति का द्वार

मणिकर्णिका घाट को मुक्ति का द्वार कहा जाता है. लोग दूर दूर से बनारस में अपने देह त्यागने आते हैं.

पंक्ति है प्रचलित

कहावत है कि "जिसने भी छुआ स्वर्ण हुआ. सब कहें मुझे मैं पारस हूं, मेरा जन्म महाशमशान मगर मैं जिंदा शहर बनारस हूं."

ये स्थान श्रापित भले ही हो, मगर ऐसा मान्यता है कि यहां पर जिसका भी दाह संस्कार होता है, उसको सीधा स्वर्ग की प्राप्ति होती है.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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