कलियुग के ये 3 लोग, आज भी भुगत रहे माता सीता का दिया हुआ ये भयानक श्राप,

Zee News Desk
Sep 30, 2024

माता सीता वैसे तो दया और ममता का रूप हैं. मगर उन्होंने एक बार क्रोध में आकर इन 3 लोगों को भयंकर श्राप दे डाला.

दरअसल, वनवास के दौरान जब प्रभु राम को अपने पिता दशरथ की मृत्यु का पता चला तो दोनों भाईयों समेत माता सीता को अपार दुख हुआ.

पिंडदान की तैयारियां शुरू हुई. सामग्री इक्कठा करने के लिए श्री राम और लक्षमण जी जंगल की ओर चले गए. और समय ज्यादा बीतने लगा.

समय ज्यादा होते देख दशरथ जी की आत्मा ने माता सीता को कहा कि पिंडदान का समय निकल रहा है.

इस पर माता सीता ने खुद ही पिंडदान करने की ठानी और तभी वह फाल्दु नदी के तट पर गईं.

तट पर जाकर माता सीता ने फाल्गु नदी, गाय, वटवृक्ष और केतकी के फूल को साक्षी बनाया. जिसके बाद उन्होंने अपने ससुर दशरथ का पिंडदान किया.

जब राम जी और लक्षमण जी की माता सीता ने ये बात बताई और साक्षी रहे उन तीनों को उनके सामने गवाही के लिए बुलाया तो सभी ने झूठ बोल दिया.

इस पर क्रोधित होकर माता सीता ने श्राप दिया कि फाल्गु नदी का पानी सूख जाए, केतकी का फूल कभी किसी पूजा में काम न आए, और गाय पूजनीय होने पर भी दर दर खाने के लिए भटकती रहे.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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