कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे जन्माष्टमी और गोकुलाष्टमी भी कहते है , यह कृष्ण के जन्म के उल्लास में बनाई जाती है.
भारत के हर राज्य में जन्माष्टमी को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
इस दिन लोग व्रत रखते है, भजन - कीर्तन का आयोजन करते है, प्रसाद के रूप में पंजीरी, लड्रडू और माखन का भोग बनाते है.
क्या आपको पता है कि भारत के अलावा भी ऐसे बहुत से देश है जो जन्माष्टमी बहुत धूमधाम से बना रहें है.
नेपाल की लगभग अस्सी प्रतिशत आबादी खुद को हिंदू के रूप में पहचानती है, यहाँ जन्माष्टमी बहुत धूमधाम से बनाई जाती है.
जन्माष्टमी पर बांग्लादेश में राष्ट्रीय अवकाश मिलता है. यहाँ जन्माष्टमी पर झांकी निकाली जाती है.
यहां जन्माष्टमी का उत्सव 8 दिनों तक चलता है,8 दिनों तक लगातार यहां के लोग मंदिरों में एक साथ इकट्रठा होकर शाम को भगवत गीता का पाठ करते है.
फ्रांस के एक द्वीप रीयूनियन में जन्माष्टमी को ईसा मसीह की जन्म तिथि माना जाता है.
रशिया मे कृष्ण भक्त भारत की तरह बहुत धूमधाम से इस त्यौहार को मनाते है.
इन सबके अलावा कैरिबियन में गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, जमैका भी जन्माष्टमी पर भजन , कीर्तन का आयोजन करते है.