रामचरित मानस की ये चौपाइयां हैं चमत्कारी, जीवन के दुखों का होगा नाश

Zee News Desk
Jun 27, 2024

सफलता के लिए

जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी। कबि उर अजिर नचावहिं बानी॥ मोरि सुधारिहि सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपां अघाती॥

संकट के समय

दीनदयाल बिरिदु सम्भारी। हरहु नाथ मम संकट भारी।

रोजगार के लिए

विस्व भरण पोषण कर जोई। ताकर नाम भरत जस होई।।

यात्रा के समय

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा। ह्रदय राखि कोसलपुर राजा।।

विद्या के लिए

गुरु गृह गए पढ़न रघुराई। अलप काल विद्या सब आई॥

प्रेम के लिए

सब नर करहि परस्पर प्रीति! चलहि स्वधर्म निरत श्रुति नीति!!

डिसक्लेमर

इस जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स, प्रवचनों, धार्मिक मान्यताओं और धर्मग्रंथों पर आधारित है. यह जानकारी जी न्यूज की राय नहीं है.

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