शनि की तीन राशियां सबसे प्रिय मानी जाती हैं. ये राशियां हैं मकर, कुंभ और तुला.

Aug 11, 2023

मकर और कुंभ इसलिए हैं क्योंकि शनि देव इन राशियों के स्वामी कहे जाते हैं .वहीं तुला शनि की उच्च राशि मानी जाती है.

इसके अलावा मीन और धनु राशि पर भी शनि देव की विशेष कृपा रहती है. क्योंकि इन दोनों राशियों के स्वामी देवगुरु बृहस्पति शनि के मित्र हैं.

ज्योतिष शास्त्र में कहा जाता है कि मकर, कुंभ और तुला वालों के लिए शनि की दशा उतनी कष्टदायी नहीं होती जितनी बाकी राशियों के लिए होती है.

शनि देव सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह माने जाते हैं. इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में जाने में करीब ढाई साल का समय लग जाता है.

इसी समय को वैदिक ज्योतिष में शनि ढैय्या के नाम से जाना जाता है. ये तुला राशि में उच्च के होते हैं तो मेष राशि में नीच के हो जाते हैं.

इसके अलावा ये मकर और कुंभ राशियों के स्वामी ग्रह माने जाते हैं. ये किसी भी व्यक्ति को राजा से रंक तो रंक से राजा बनाने तक की ताकत रखते हैं.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव धनु और मीन राशि वालों को ज्यादा परेशान नहीं करते.

जब तक इन राशि वालों के कर्म अच्छे हैं शनि देव इनहें शुभ फल प्रदान करते हैं. शनि देव इन लोगों को मान-सम्मान और धन भी प्रदान करते हैं.

कुंभ राशि के स्वा मी भी शनि देव हैं. लिहाजा इस राशि वालों पर शनि की विशेष कृपा रहती है. ये अच्छेन लीडर बनते हैं और जीवन में ऊंचा पद, ख्या ति पाते हैं. शनि की मेहरबानी इन्हेंर कई कष्टों से बचाए रखती है.

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