प्राण से लेकर राज्य दान करने वाले ये हैं इतिहास के सबसे महान दानवीर
Jun 17, 2024
महर्षि दधीचि
महर्षि दधीचि ने असुरों के संहार के लिए अपनी हड्डियां दान में दे दी थी.
दैत्यराज बलि
असुर कुल में जन्में बलि से एक बार भगवान वामन ने तीन पग भूमि मांगी. पहले पग में पृथ्वी, दूसरे पग में पूरा स्वर्ग और तीसरे पग में राजा ने अपना सर आगे कर खुद को दान कर दिया.
कर्ण
इंद्र ने ब्राम्हण के वेश में कर्ण से कवच और कुंडल का दान मांगा जिसे सुनकर कर्ण ने तुरंत ही के प्राणों की रक्षा करने वाले कवच और कुण्डल को दान कर दिया .
राजा हरिश्चंद्र
कभी झूठ नहीं बोलने वाले तथा दान के लिए प्रसिद्ध राजा हरिश्चंद्र ने महर्षि विश्वामित्र को अपना पूरा राज्य दान में दे दिया.
राजा शिबि
कबूतर की जान बचने के लिए खुद बाज का आहार बनने वाले इस राजा की कहानियां लोग आज भी चाव से सुनते हैं.
प्रह्लाद
भगवान कृष्ण का सबसे बड़ा भक्त प्रह्लाद से भिखारी के रूप में जब इंद्र ने उससे शील मांगा तो प्रह्लाद ने तुरंत अपना शील तक दान कर दिया.
राजा रघु
प्रभु श्रीराम के पूर्वज महाराज रघु ने यज्ञ के बाद ब्राहाणों को अपना सब धन दान कर दिया. इसके बाद महर्षि विश्वामित्र ने राजा से 14 करोड़ स्वर्ण मुद्राओं के दान की मांग की तब राजा ने कुबेर के साथ युद्ध करके इसे प्राप्त किया और उन्हें महर्षि विश्वामित्र को दान में दे दिया.