इंसान के रूप में गीदड़ हैं ये लोग, बच के रहना! कर देते हैं ऐसी नीच हरकत

Shwetank Ratnamber
Aug 05, 2023

चाणक्य नीति

आचार्य चाणक्य ने अपनी किताब में खुलकर उन लोगों का वर्णन किया है. जो इंसान की खाल में छिपे हुए भेड़िए की तरह होते हैं.

इंसान की खाल में छिपे भेड़िए!

ऐसी प्रवत्ति के लोगों से हमेशा बचकर रहना चाहिए. ये किसी के सगे नहीं होते.

कैसे पहचाने?

आचार्य चाणक्य ने साफ-साफ शब्दों में लिखा है कि इन लोगों को आसानी से कैसे पहचाना जा सकता है.

संभलकर रहने की जरूरत वरना कर देते हैं ऐसी हरकत

आचार्य चाणक्य ने कहा है कि ऐसे लोग अपनी नीच हरकतों से आपका अहित करने (धोखा देने/परेशान करने) में जरा भी देर नहीं लगाते हैं.

अनमोल वचन

आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जो लोग वेद और धर्म शास्त्रों से द्वेश रखते हैं, वो गीदड़ की तरह होते हैं.

ऐसा करते हैं वो मनुष्य

आचार्य चाणक्य ने कहा है कि जो मनुष्य अपने माता-पिता और गुरू की सेवा और सम्मान नहीं करते, वो भी इस पशु की तरह होते हैं.

कभी नहीं करते ये काम

गीदड़ के समान भाव-विचार रखने वाले लोगों की एक पहचान ये भी है कि वो कभी दान नहीं देते. जिसने कभी पैदल तीर्थ यात्रा न की हो, उसकी गिनती भी इसी श्रेणी में होती है.

इंसान के रूप में गीदड़ हैं ऐसे लोग

जिसने गलत तरीके से धन कमाया हो. हमेशा घमंड में तना रहता हो. बड़ों के सामने सिर उठाकर चलता हो. ऐसे लोग धरती पर बोझ की तरह होते हैं. इनसे दूर रहना ही बेहतर होता है.

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