वास्तु के हिसाब से पश्चिम दिशा में वरुण देव और शनि देव का अधिपत्य माना जाता है.

Jun 09, 2023

वास्तु शास्त्र के अनुसार, पश्चिम दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए. ऐसा करने से मानसिक तनाव हो सकता है.

पश्चिम की ओर मुंह करके बैठना या कोई कार्य करना मन में तनाव पैदा करता है. इस दिशा की तरफ मुंह करके भोजन किया जा सकता है.

पश्चिम दिशा में घर का किचन नहीं होना चाहिए. इस दिशा में किचन होने से घर के मालिक को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का मुख्य दरवाजा पश्चिम दिशा में होने से घर में धन नहीं ठहरता है.

घर से पानी की निकासी पश्चिम दिशा की तरफ नहीं होनी चाहिए. ऐसा करने से घर के सदस्य रोग से घिरे रहते हैं.

घर का पश्चिम दिशा का भाग नीचा होने से परिवार के सदस्यों में श्वांस, फेफड़े, मुख, छाती और त्वचा के रोग बने रहते हैं और बीमारियों पर ज्यादा धन खर्च होता है.

घर के पश्चिम दिशा में अगर वास्तु दोष है तो घबराएं नहीं, बल्कि कुछ उपाय कर सकते हैं. पश्चिमी दीवार पर वरुण यंत्र स्थापित करें.

परिवार का मुखिया लगातार 11 शनिवार व्रत रखे तो भी लाभ मिलता है.

वास्तु दोष को दूर करने के लिए पश्चिम दिशा में अशोक का पेड़ लगा सकते हैं.

गरीबों को काले चने वितरित करने से भी दोष कम होता है.

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