बनारस से गंगाजल को घर क्यों ले जाना है वर्जित, जगद्गुरु शंकराचार्य जी ने बताया रहस्य

Zee News Desk
Jul 19, 2024

घर ले जाना वर्जित

बनारस से गंगाजल अपने घर को ले जाना वर्जित बताया जाता है. मगर इसके पीछे के कारण के बारे में आप जानते हैं?

शंकराचार्य स्वामिश्री अविमु्क्तेश्वरानंद जी

हिंदु समाज के सबसे बड़े पद पर स्थापित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री अविमु्क्तेश्वरानंद जी ने इसके बारे में बड़े विस्तार से बताया है.

मोक्ष की नगरी

उनके अनुसार काशी मोक्ष की नगरी मानी जाती है. यहां पर शरीर का त्याग करने से मनुष्य को सीधा मोक्ष की प्राप्ति होती है.

बड़ा दोष

काशी में किसी भी जीव को आने की स्वतंत्रता है. वहीं अगर कोई भी काशी से उसकी मर्जी के बिना किसी को बाहर लेकर जाता है. तो उसे बड़ा दोष लगता है.

असंख्य कीटाणू

गंगाजल में असंख्य कीटाणू पाए जाते हैं. अगर काशी की गंगा से गंगाजल को बाहर कहीं ले जाया जाएगा, तो इससे लोगों को बड़ा दोष लग सकता है.

गंगाजल और मिट्टी ले जाना वर्जित

काशी की नगरी से किसी को भी दूर करना अपराध माना गया है. इसीलिए लोगों को यहां का गंगाजल और मिट्टी ले जाने से मना किया जाता है.

काशी के अलावा

काशी के अलावा आप किसी भी गंगा से गंगाजल ले जा सकते हैं. मगर काशी की गंगाजल ले जाना वर्जित माना गया है.

मोक्ष की प्राप्ति

आज भी कई सारे लोग अपने जीवन का अंतिम समय काशी में बिताने के लिए आते हैं. जिससे उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हो सके.

Disclaimer

प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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