हिंदू धर्म में होने वाली शादियों में कई सारे रीति-रिवाज होते हैं जो जिनका विधि-विधान से किया जाना जरुरी होता है.

Zee News Desk
Nov 21, 2024

हिंदू धर्म में होने वाली शादियों में कई सारे रीति-रिवाज होते हैं जो जिनका विधि-विधान से किया जाना जरुरी होता है.

हल्दी, तिलक हो या जूता चुराई की रस्म. सभी रस्मों का अपना अलग महत्व है.

लेकिन क्या आपको पता है कि शादी में 7 फेरे ही क्यों लिए जाते हैं, 8 क्यों नहीं?

हिंदू शास्त्रों के अनुसार धरती पर पाई जाने वाली हर महत्वपूर्ण चीजों की संख्या 7 है.

जैसे इंद्रधनुष के रंग 7, तारे सात, दिन सात और चक्र भी 7 होते हैं.

इसकी कारण से हिंदू धर्म में शादी के दौरान सात फेरे लेने की मान्यता है.

ऐसा कहा जाता है कि 7 अंक प्रकृति का अंक है जो नष्ट नहीं होती और पति-पत्नी का रिश्ता भी सात जन्मों का हो जाता है.

वैदिक गणित के अनुसार 1 से10 अंकों में सिर्फ 7 ही ऐसा नंबर है जो 360 से विभाजित नहीं होता क्योंकि एक फेरा 360 डिग्री का होता है.

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प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. हमने इस खबर को लिखने में सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं मदद ली है. इसके सही या गलत होने की पुष्टि ZEE NEWS हिंदी नहीं करता है.

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