हिंदू धर्म में सावन के महीने को काफी पवित्र माना जाता है और ये भगवान शिव को समर्पित होता है.

इस महीने भगवान शिव धरती पर आकर इंसान को कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं.

यही वजह है कि इस महीने जो भक्त पूरी श्रद्धा से भगवान शिव की पूजा करता है, उसे उत्तम फलों की प्राप्ति होती है.

सावन में भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा भी जरूर करनी चाहिए. ऐसा करने से दोनों के आशीर्वाद से जीवन में सफलता प्राप्त होने लगती है.

भगवान शिव माता गौरा के बिना अधूरे माने जाते हैं. यही वजह है कि सावन में कई महिलाएं मंगला व्रत रखती हैं.

माता पार्वती की कृपा जिस महिला पर हो जाए, उसे किसी संकट का सामना नहीं करना पड़ता है और उसकी सारी पीड़ा नष्ट हो जाती है.

सावन में हरे रंग के श्रृंगार का बेहद महत्व है. इससे पति-पत्नि के बीच के संबंध मजबूत होते हैं. इसके लिए महिलाएं हरे रंग के कपड़े, चूड़ियां और बिंदी लगा सकती हैं.

भगवान शिव को बेल पत्र अति प्रिय है, इसलिए इस महीने बेल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए.

सावन में बेल के पेड़ की पूजा करने से घर में दरिद्रता का नाश होता है और खुशहाली बरकरार रहती है.

बेल के पेड़ की पूजा के दौरान इसमें 7 हरे रंग की चूड़ियां भी बांधनी चाहिए. इससे गृहस्थ जीवन और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है.

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