कब तक फ्री ब्लू टिक हटाया जाएगा इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं है.
कंपनी वेब यूजर्स से ₹650 हर महीने और आईओएस और एंड्रॉयड यूजर्स से ₹900 हर महीने वसूलेगी.
ऐसा कहा जाता है कि अगर इतनी संख्या में ब्लूटिक हटा लिया जाए तो वेबसाइट स्लो हो सकती है.
एक साथ 4.2 लाख वेरिफिकेशन वाले ब्लू टिक हटाने पर वेबसाइट में दिक्कत आ सकती है.
जानकारी के अनुसार कंपनी एक साथ भारी संख्या में ब्लूटिक नहीं हटा सकती है.
ब्लू टिक से यूजर्स को काफी सारे बेनिफिट्स मिलते हैं जो बेहद जरूरी है.
1 अप्रैल वाली डेडलाइन को कंपनी है कुछ समय के लिए एक्सटेंड किया है.
ब्लूटूथ ना हटने के पीछे कई बड़ी वजह है जो आप नहीं जानते होंगे.
डेडलाइन के बावजूद ब्लू टिक नहीं हटा तो यूजर्स में खुशी का माहौल है.
टि्वटर पर फ्री वाला ब्लू वेरीफिकेशन बैज हटने की आखिरी तारीख 1 अप्रैल थी.