ये हैं भारत के 7 सबसे साफ-सुथरे गांव, 3 नंबर वाला है सबसे खास
Zee News Desk
Jul 12, 2024
माजुली
असम में माजुली गांव है यहां पर कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए यहां बांस के घर बनाये जाते हैं और हर कोई अपने आस-पास सफ़ाई रखने के लिए काफ़ी सचेत हैं.
खोनोमा, नागालैंड
पेड़ काटने पर यहां के लोगों ने प्रतिबंध लगाया है. हर शनिवार स्कूल के बच्चों से सड़कों के किनारे लगे कूड़ेदान खाली कराकर उन्हें स्वछता का पाठ पढ़ाया जाता है.
नाको, हिमाचल प्रदेश
हर गली और सड़क पर कूड़ेदान लगाए गए हैं; और घर बनाने के लिए यहां केवल लोकल मटेरियल्स का ही इस्तेमाल किया जाता है, ताकि प्रदूषण कम हो.
मावलिननांग, मेघालय
एशिया का सबसे स्वच्छ गांव माना जाता है, इस प्लास्टिक फ्री गाँव में लोग पैदल चलते हैं. टूरिस्ट्स भी यहां गाड़ियां नहीं ले जा सकते. कदम कदम पर यहां साफ-सुधरे सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं.
चितकुल, हिमाचल प्रदेश
यहां के लोग सस्टेनेबल जीवन जीते हैं. पेड़ लगाना, जंगलों को बचाना, जैविक खेती और सोलर पॉवर का इस्तेमाल यहां की जीवनशैली का हिस्सा हैं.
दावर, जम्मू
कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए यहां लकड़ी के घर बनाये जाते हैं, और लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा पेड़ लगाने के लिए जागरुक किया जाता है. यहां एक वेस्ट डिस्पोसिबल सिस्टम है और प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध है.
याना, कर्नाटक
पर्यटक स्थल होने के बावजूद, ग्रामीण और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के सहयोग से यह राज्य का सबसे स्वत्छ गांव है.