काशी विश्वनाथ से भी पुराना है बनारस का ये रहस्यमयी मंदिर, जहां भगवान राम को भी पाप से मिली थी मुक्ति
Zee News Desk
Nov 26, 2024
आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि बनारस में एक ऐसा मंदिर है जो काशी विश्वनाथ से भी पुराना है.
यह मंदिर इतना खास है कि इसपर कभी किसी आक्रमणकारी कि नजर ही नहीं पड़ी.
इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कर्दम ऋषि ने की थी इसलिए इसका नाम कर्देमेश्वर महादेव मंदिर पड़ा.
शिवलिंग के पास मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में गढ़वाल वंश के शासकों ने कराया था.
इस मंदिर से सामने एक बड़ा कुंड है जिसका नाम है कर्दम कुंड जिसका निर्माण बंगाल की रानी भवानी ने 18वीं सदी में कराया था.
इसके अलावा मंदिर की मान्यताएं भगवान राम और माता सीता से भी जुड़ी हुई हैं.
युद्ध में रावण के वध के बाद भगवान राम और माता सीता ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए यहां आए थे.
यहां आकर दर्शन करने का सुझाव भगवान राम के गुरु वशिष्ठ ने दिया था. जिसके बाद ही श्री राम को ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति मिली थी.
मंदिर की दीवारों पर हिंदू देवताओं की रेवती बलराम, ब्रह्मा, विष्णु, नटेश शिव, महिषासुरमर्दिनी, कि कई मूर्तियां बनी है.
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