उत्तराखंड के वे 10 हिल स्टेशन, जो आज तक पर्यटकों के लिए रहे हैं अछूते

कौसानी

कौसानी उत्तराखण्ड के अल्‍मोड़ा जिले से 53 किलोमीटर दूर पिंगनाथ चोटी पर बसा है. यहां से बर्फ से ढ़ंकी नंदा देवी पर्वत चोटी के दर्शन होते हैं.

प्योरा गांव

प्योरा कुमाऊं मंडल में 6600 फीट की ऊंचाई पर बसा एक गांव है. भीड़भाड़ से दूर इस गांव के चारों ओर हिमालय की बर्फीली चोटियां हैं.

खिरसू गांव

पौड़ी गढ़वाल से करीब 15 किमी दूर बसा खिरसू गांव अपने पहाड़, जंगल, नदियों, झरनों और बागों के लिए प्रसिद्ध है.

मुनस्‍यारी

मुनस्‍यारी पिथौरागढ़ ज़िले में नेपाल और तिब्बत से सटा एक पर्वतीय नगर है. इसके चारों ओर ऊंचे पर्वत हर किसी को मोह लेते हैं.

बिनसर

अल्मोड़ा से 33 किमी दूर बसे बिनसर से हिमालय की चोटियों केदारनाथ, चैखंबा, नंदा देवी, पंचोली और त्रिशूल के दर्शन किए जा सकते हैं.

चकराता

चकराता देहरादून जिले में में बसा एक नगर है. यह करीब 6949 फुट की ऊंचाई पर बसा है. पर्वतीय पर्यटक स्थल होने के साथ यह एक छावनी भी है.

मंडल

चमोली जिले में गोपेश्वर से करीब 13 किमी दूरी पर मंडल गांव हिमालय की गोद में बसा है. शांतिपसंद लोगों के लिए यह एक पसंदीदा स्पॉट है.

चौकोरी

पिथौरागढ़ जिले में बसे चौकोरी हिल स्टेशन से आप नंदा देवी और पंचकूला पीक का नजारा देख सकते हैं. घूमने के लिए यह बेहतरीन जगह है.

भीमताल

नैनीताल ज़िले में बसा भीमताल करीब डेढ़ किमी लंबी झील के लिए प्रसिद्ध है. यह स्थल तीन ओर से पर्यटकों से घिरा हुआ है.

खाती गांव

खाती गांव बागेश्वर जिले में पिंडारी ग्लेशियर ट्रैक मार्ग पर बसा हुआ है. ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए यह स्थल खासा लोकप्रिय है.

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