G20 हाल ही मे बहुत चर्चा का विषय है, क्योंकि G20 की मेजबानी की जिम्मेदारी इस बार भारत को मिली है.
आप लोगो मे कई बार प्रधानमंत्री मोदी जी को देश से बाहर और भी सम्मेलन में जाते देखा है.
इससे पहले आपने शायद G20 के अलावा और भी G4, G7 का नाम सुना होगा.
बहुत सारे लोग G4,G7 और G20 के काम से जुड़े अंतर को लेकर बहुत कंफ्यूज है.
G4 मतलब 4 ग्रुप ऑफ कंट्री जिसमें ब्राजील , जर्मनी, जापान, भारत शामिल है.
G4 का गठन 2005 में हुआ था, इनकी मांग है कि इनको UNSC में परमानेंट मेंमबरशिप दी जाए.
G-7 की स्थापना सन 1975 में 6 विकसित देशों फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा शामिल है.
G-7 या द ग्रुप ऑफ़ सेवन (G7) एक अंतरराष्ट्रीय अंतर सरकारी आर्थिक संगठन है, जिसमें दुनिया की सात सबसे बड़ी IMF द्वारा बतायी गयीं विकसित अर्थव्यवस्थाएँ शामिल हैं.
सितंबर 1999 में G–7 देशों के वित्त मंत्रियों ने G–20 का गठन अंतरराष्ट्रीय मंच के तौर पर किया था.
G–20 के सदस्य हैं , अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ.
G–20 वार्षिक सम्मेलन की तैयारी एक सदस्य देश को दी जाती है, इस साल 2023 में यह सम्मेलन भारत मे 9 और 10 सितंबर को आयोजित किया जा रहा है.