आज हम आपको एक ऐसी मां के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपना ब्रेस्ट मिल्क दान कर देती हैं.
ये महिला अब तक कई गैलन ब्रेस्ट मिल्क डोनेट कर चुकी है. इस तरह उसने लाखों बच्चों को अपना दूध पिलाया है, जो किसी वजह से जन्म देने वाली मां का दूध नहीं पी पाते हैं.
बच्चे को जन्म के फौरन बाद मां का दूध दिया जाना जरूरी है. ये पोषण जिंदगी भर बच्चे के काम आता है. ऐसे में दो बच्चों की मां ये महिला हजारों नवजात शिशुओं को अपना दूध पिलाकर उनकी जान बचा चुकी है.
ये महिला अब तक हजारों बच्चों को जिंदगी दे चुकी हैं. इनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.
ये महिला अब तक अनगिनत बच्चों को जिंदगी दे चुकी हैं. गिनीज बुक के मुताबिक, 20 फरवरी 2015 से 20 जून 2018 तक उन्होंने एक मिल्क बैंक को 1600 लीटर ब्रेस्ट मिल्क दान कर चुकी हैं.
अपनी बीमारी यानी कमजोरी को अपनी ताकत बनाने वाली इस महिला एलिज़ाबेथ का मानना है कि उनकी बॉडी प्रोलैक्टिन नामक हार्मोन बनाती जो दूध उत्पादन में मददगार साबित होती हैं.
हाइपरलैक्टेशन सिंड्रोम की वजह से एलिजाबेथ में ज्यादा दूध बनता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जिसकी वजह से खूब सारा ब्रेस्ट मिल्क बनता है और एक समय ओवरफ्लो की स्थिति बन जाती है.
वह हर रोज पंप से 6 लीटर दूध निकालती हैं. बोतल में पैक करती हैं और मिल्क बैंक को दान में दे आती हैं.
यह किसी भी महिला द्वारा ब्रेस्ट मिल्क दान करने का रिकॉर्ड है. उनकी यह कोशिश आज भी जारी है.