चीन के एक गांव में ऐसा ही हो रहा है. इस गांव में लगभग 170 परिवार हर साल तीस लाख से ज्यादा सांपों की पैदावार करते हैं. इस गांव का नाम जिसिकियाओ है.
गांव चर्चा का विषय
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में यह गांव चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां किंग कोबरा, वाइपर और रैटल स्नेक जैसे एक से बढ़कर एक जहरीले सांप पैदा किए जाते हैं.
जैसे जानवरों को पाला जाता है
इतना ही नहीं यहां कॉकरोच लेकर मच्छरों तक को बड़े पैमाने पर पैदा किया जाता है. असल में जैसे जानवरों को पाला जाता है और उनकी देखभाल की जाती है, वैसे ही इस जगह पर सांप को पाला जाता है.
परंपरागत चिकित्सा को बढ़ावा
चीन में हजारों सालों से परंपरागत चिकित्सा को बढ़ावा दिया जा रहा है और सांप से भी कई तरह के इलाज किए जाते हैं. इसीलिए यहां ऐसा किया जाता है.
सांपों की खेती लंबे समय से
हालांकि इस गांव में सांपों की खेती लंबे समय से की जा रही है. यहां तमाम नस्ल के सांप पाए जाते हैं. जिसमें नाग-नागिन भी हैं. इनको लकड़ी और शीशे के छोटे-छोटे बक्सों में पाला जाता है.
सांपों से बनने वाली जड़ी-बूटी
बता दें कि सांपों से बनने वाली जड़ी-बूटी से कई तरह की बीमारी के इलाज का दावा किया जाता है. सांप से भी कई तरह के इलाज किए जाते हैं.
कैंसर में भी इसका इस्तेमाल
सांपों से स्किन डिसीज के इलाज होता है, साथ ही कैंसर में भी इसका इस्तेमाल किया जाने लगा है. सांप का जहर दिल के मरीज को दिया जाता है.
खाल का उपयोग चमड़े के उत्पाद में
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक कुछ सांप की प्रजातियों के खाल का उपयोग चमड़े के उत्पाद, जैसे- बैग, जूते और बेल्ट बनाने में भी होता है.
इसी तरह का काम वियतनाम में भी
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि कुछ इसी तरह का काम वियतनाम में भी किया जाता है. यहां पेड़ों की डालियों पर सांप लिपटे होते हैं. यहां भी सांप पाले जाते हैं.