भारत में 9 फूड्स को बैन कर दिया गया. FSSAI सेहत के लिए खतरनाक खाने की चीजों पर बैन लगाता रहता है. ये 9 फूड्स कैंसर बना सकता है.
रिपोर्ट के अनुसार चाइनीज मिल्क और उससे बने प्रोडक्ट साल 2008 से भारत में बैन है. FSSAI चाइनीज मिल्क में मेलामाइन टॉक्सिक केमिकल पाया गया था. यह केमिकल दूध में प्रोटीन का लेवल बढ़ाने के लिए यूज किया जाता है. इंडिया में यह बैन है.
FSSAI इंडिया में एक पॉपुलर एनर्जी ड्रिंक को बैन किया. इस एनर्जी ड्रिंक में कैफीन की मात्रा ज्यादा पाई गई थी. जिससे तुरंत एनर्जी मिलती है. एनर्जी ड्रिंक का सेवन करने से डायबिटीजी और कैंसर हो सकता है. हालांकि कुछ बदलाव के बाद दोबारा से उस पॉपुलर ड्रिंक की बिक्री शुरू हुई.
चीन के लहसुन में पेस्टीसाइड का हाई लेवल पाया गया था जिसके बाद साल 2019 से इसे भारत में बैन कर दिया गया. पेस्टीसाइड काफी खतरनाक केमिकल होता है जिससे कैंसर का खतरा हो सकता है.
FSSAI ने साल 2003 में Sassafras Oil को बैन कर दिया था. इस तेल के अंदर हाई मात्रा में erucic acid था, जो कि हार्ट की बीमारियां पैदा कर सकता था.
फलों को आर्टिफिशियल तरीके से पकाया जाता है. जिसके लिए कैल्शियम कार्बाइड और एथलीन गैस का इस्तेमाल होता है. ये दोनों गैस कैंसर का कारण हो सकता है. आर्टिफिशियल राइपनिंग एजेंट से पके फल की बिक्री पर बैन है.
वाइल्ड लाइफ एक्ट के अनुसार जंगली खरगोश का मीट और मांस बेचना, खाना प्रतिबंधित है.
फोई ग्रास को भारत में साल 2014 में बैन किया गया था. फोई ग्रास का इस्तेमाल पशुओं को खिलाने के लिए किया जाता था. जानवरों के शोषण के खिलाफ रुख उठाते हुए फोई ग्रास को बैन किया गया.
भारत में पोटैशियम ब्रोमेट और ब्रोमिनेडेट वेजिटेबल ऑयल भी बैन है.
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