चिंता, जलन और घृणा से दूर खुश रहना सिखाते हैं महात्मा बुद्ध के ये विचार

प्रेम हर बाधा को दूर कर देता है, हर मुश्किल से पार दिला देता है.

नफरत को नफरत से खत्म नहीं किया जा सकता, सिर्फ प्रेम से किया जा सकता है

अच्छी सेहत का राज वर्तमान में जीना है.

अपने बीते हुए कल या आने वाले कल पर ध्यानकेंद्रित करने के बजाय व्यक्ति को अपने आज पर फोकस करना चाहिए

शब्दों में चोट करने और चोट भरने दोनों की ताकत होती है.

जब अच्छी, दयालू बातें कही जाती हैं तो उनसे दुनिया बदल सकती है

खुशियां बांटने से कभी खत्म नहीं होती हैं. कहते हैं एक मोमबत्ती हजारों मोमबत्तियां जला सकती है लेकिन उसकी लौ फीकी कम नहीं होती. इसी तरह खुशियां बांट देने से कम नहीं होतीं.

सभी के साथ दयालू रहना चाहिए. लोगों के प्रति सहानुभूति रखना, कृतज्ञता बनाए रखना और अपने शब्दों में मिठास रखना बेहद जरूरी है

अपने भय से पार पाना जरूरी है. कभी ना सोचें कि आपका क्या होगा, ना किसी पर निर्भर रहें. जब आप हर मदद को ठुकराते हैं सिर्फ तभी आप मुक्त हो पाते हैं.