लड़कियों के लिए बेवफा शायरी, हर एक को पढ़कर आएगा रोना

यू बदलने का अंदाज जरा हमें भी सिखा दो, जैसे हो गए हो तुम बेवफा वैसे हमें भी बना दो.

नादान होते है वो जो वफा कि तलाश करते है, ये नही सोचते कि, अपनी सांस भी एक दिन बेवफा हो जाती है.

मेरा प्यार सच्चा था इसलिए तेरी याद आती है, अगर तेरी बेवफाई भी सच्ची है तो अब यादों में मत आना.

कभी महफिलें सजाया करते थे तेरी मोहब्बत के तरानों से, अब महखानें सजाया करते हैं तेरी बेवफाई की दास्तानों से

जनाजा मेरा उठ रहा था, फिर भी तकलीफ थी उसे आने में! बेवफा घर में बैठी पूछ रही थी, और कितनी देर है दफनाने में?

दिल भर गया हो तो मना करने में डर कैसा, मोहब्बत में बेवफाओं पर मुकदमा कहां होता है

वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली, इतने तो मेरे गुनाह ना थे जितनी मुझे सजा मिली

वो बेवफा है तो क्या मत कहो बुरा उसको, जो हुआ सो हुआ खु़दा खुश रखे उसको